सामुदायिक भागीदारी को मोटे तौर पर अपनी समस्याओं को हल करने के लिए परियोजनाओं में समुदाय के लोगों की भागीदारी के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। लोगों को उन परियोजनाओं में ‘भाग लेने’ के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता जो उनके जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि जहां संभव हो उन्हें अवसर दिया जाना चाहिए। पीएम श्री केवी बीना में माता-पिता कई सामाजिक कार्यों जैसे स्वच्छता अभियान, परामर्श सत्र आदि में शामिल होते हैं।